नवागढ़ (नंदपुर)
पहुच मार्ग
☀झाँसी से टीकमगढ़, अजनोर होकर 130 कि.मी.सुविधाएं एवं अन्य गतिविधियां
☀ श्री गुरुकुलम्
☀ संग्रहालय
☀ धर्मशाला
☀ भोजनशाला एवं यातायात व्यवस्था
☀ विवाह एवं समारोह व्यवस्था
☀ नवागढ़ साधनाश्रम एवं नवागढ़ औषधालय
☀ लाइब्रेरी एवं शोध केंद्र
मंदिर मूलनायक : नवागढ़ क्षेत्र मंदिर
पुरातत्वीय हेरिटेज : शीर्ष, शैल चित्र, गुफाये, पाषाण औजार, धातु की पुरासंपदा, चंदेल वावड़ी
विशेष आयोजन एवं पर्यटन स्थल : चिकित्सा शिविर, वार्षिक मेला
चक्रव्रती का वैभव
क्षेत्र का साहित्य एवं आलेख : साहित्य, न्यूज पेपर, पत्रिका
क्षेत्र के आराधक : आजीवन पूजा-विधान, विशेष अतिथि
उत्तर प्रदेश की तीर्थ संपन्न वसुंधरा पर बुंदेलखंड अंचल में सुशोभित श्री 1008 अतिशय क्षेत्र नवागढ़ (नंदपुर) की आध्यात्मिक ऊर्जा से अलंकृत धरती पर भूगर्भ से प्राप्त 900 वर्ष प्राचीन भगवान अरनाथ स्वामी की आतिशयकारी प्रतिमा है।
क्षेत्र के अतिशय
विध्वंस लीला को झेलते हुए मूलनायक अरनाथ भगवान की प्रतिमा का सुरक्षित रहना स्वयं में अतिशय है । ग्रामीण अंचल एवं जैन - जैनेतर समाज की अगाध आस्था भगवान से जुड़ी है। प्राकृतिक आपदा , पशु पीड़ा का निदान भक्तगणों को निष्काम साधना से निरंतर प्राप्त होता है। आज भी ग्रामवासी अपना कार्य आरंभ करने के पूर्व प्रभु के चरणों में धोक देने आते हैं।
वार्षिक मेला
क्षेत्र का वार्षिक मेला भगवान अरनाथ के मोक्ष कल्याणक चैत्र मास की अमावस्या को होता है। इसी दिन 8 अप्रैल 1959 ईस्वी को भगवान अरनाथ स्वामी भूगर्भ से प्रकट हुए थे ।